गाँव की गोरी और डॉक्टर-2 (Gaon Ki Gori Aur Tharki Doctor- Part 2)

कहानी का पिछला भाग: गाँव की गोरी और डॉक्टर-1 गोरी की नशीली नज़रें मेरे दिल में आग लगा रही थीं। उसका गोरा बदन, तनी हुई चूचियाँ, और गीली चूत मेरे मूसल को बेकाबू कर रहे थे। वह डरते हुए बोली, “डॉक्टर साहब, मुझे बहुत डर लग रहा है। मेरी इज़्ज़त से मत खेलिए! जाने दीजिए, … पूरी कहानी पढ़े

गाँव की गोरी और डॉक्टर-1 (Gaon Ki Gori Aur Doctor- part 1)

एमबीबीएस की डिग्री मिलते ही मेरी पोस्टिंग उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गाँव में हो गई। यह गाँव इतना पिछड़ा था कि यहाँ के लोग नीम-हकीमों, ओझाओं और झाड़-फूँक वालों के भरोसे जीते थे। मेरे आने से पहले किसी डॉक्टर ने यहाँ कदम नहीं रखा था। गाँव वालों ने मेरा स्वागत ऐसे किया, मानो … पूरी कहानी पढ़े